जयपुर. शहर में बुधवार को 27 नए पॉजिटिव केस सामने आए। जिसके बाद अब तक 1078 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। जयपुर राजस्थान का एक मात्र ऐसा शहर है जहा आंकड़ा 1 हजार के ऊपर है। वहीं अच्छी खबर ये है कि इनमें सिर्फ 517 एक्टिव केस हैं। वहीं 506 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जिसमें से 361 लोग अब तक डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। वहीं संक्रमित मिले 52 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।
राजस्थान में 29 जिलों की स्थिति
| शहर | पॉजिटिव केस | एक्टिव केस | सही हुई | डिस्चार्ज हुए |
| अजमेर | 179 | 128 | 50 | 5 |
| अलवर | 14 | 7 | 6 | 6 |
| बांसवाड़ा | 66 | 8 | 58 | 40 |
| बारां | 1 | 1 | 0 | 0 |
| बाड़मेर | 13 | 2 | 1 | 1 |
| भरतपुर | 115 | 8 | 105 | 98 |
| भीलवाड़ा | 39 | 2 | 35 | 31 |
| बीकानेर | 38 | 1 | 36 | 36 |
| चित्तौड़गढ़ | 100 | 99 | 0 | 0 |
| चूरू | 14 | 0 | 14 | 12 |
| दौसा | 21 | 3 | 18 | 10 |
| धौलपुर | 15 | 14 | 1 | 1 |
| डुंगरपुर | 9 | 4 | 5 | 5 |
| हनुमानगढ़ | 11 | 0 | 11 | 11 |
| जयपुर | 1078 | 517 | 506 | 361 |
| जैसलमेर | 35 | 4 | 31 | 31 |
| झालावाड़ | 42 | 4 | 38 | 27 |
| झुंझुनू | 42 | 2 | 40 | 35 |
| जोधपुर | 762 | 518 | 230 | 218 |
| करौली | 3 | 1 | 2 | 1 |
| कोटा | 221 | 54 | 158 | 86 |
| नागौर | 119 | 66 | 51 | 9 |
| पाली | 35 | 33 | 2 | 2 |
| प्रतापगढ़ | 4 | 1 | 2 | 2 |
| राजसमंद | 5 | 5 | 0 | 0 |
| सवाई माधोपुर | 8 | 2 | 5 | 1 |
| सीकर | 7 | 3 | 2 | 2 |
| टोंक | 136 | 15 | 120 | 35 |
| उदयपुर | 15 | 9 | 6 | 2 |
कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा 2 से अधिक गंभीर बीमारी वाले मरीजों को, ऐसे 24 की जान गई
कोरोना से जयपुर में लगातार बढ़ती मौतों ने चिंता बढ़ा दी है। सबसे ज्यादा खतरा उन्हीं को है जिन्हें दो से अधिक गंभीर बीमारियां हैं। 52 मौतों में से 24 से ज्यादा लोगों को गंभीर बीमारियां थी। इसके अलावा 12 लोगों को हायपरटेंशन और 7 को पहले से डायबिटीज था। किडनी की दिक्कत 3 लोगों को थी। 8 लोगों को अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया, जबकि 3 में पहले से कोई बीमारी नहीं पाई गई।
मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. रमन शर्मा ने बताया कि सबसे ज्यादा मौतें उन लोगों की हुई जिन्हें पहले से दो बीमारियां थी। इनकी संख्या करीब 60% है। इसके अलावा डायबिटीज के साथ हार्ट डिजीज वाले पेशेंट के लिए कोरोना सबसे घातक है। क्योंकि ऐसे मरीजों को तेजी से इम्युनिटी कम करता है और हार्ट और शरीर के अन्य अंगों को खराब कर देता है। हाइपरटेंशन और उसके साथ अन्य कोई भी बीमारी मौतों की बड़ी वजह बनी है। इसके साथ ही टीबी और सीओपीडी के मरीजों के लिए भी काफी घातक है।
मोटापा भी घातक… ज्यादातर मामलों में सीवियर कंडीशन में भर्ती हुए मरीज
भास्कर एक्सपर्ट डॉ. सुधीर भंडारी, सीनियर प्रोफेसर मेडिसिन डॉ. रमन शर्मा, एचओडी मेडिसिन डॉ. एस बनर्जी, सीनियर कंसल्टेंट मेडिसिन डॉ. अजीत सिंह के अनुसार मोटे लोगोें में भी कोरोना काफी खतरनाक दिख रहा है। जिन लोगों की मौत हुुई, उनमें से 88 फीसदी का वजन अधिक था। इसके अलावा िजन मरीजों की मौत हुई, उनमें से अधिकांश में निमोनिया की काफी सीवियर स्टेज सामने आई है। इन मरीजों में अलग तरह के ही साइटोकाइंस मार्कर्स काफी अधिक संख्या में रिलीज हो रहे थे।



