इंदौर. काेरोना का हॉटस्पॉट बने इंदौर में लॉकडाउन के तीसरे फेज में भी राहत की उम्मीद नहीं है। मंगलवार को 552 सैंपल में 27 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि दो लोगों की मौत हो गई। शहर में कुल पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 1681 पहुंच गया। मृतकों की संख्या अब 81 हो गई है। हालांकि एक राहतभरी खबर यह है कि 491 लोग काेरोना को हराकर घर लौट चुके हैं। इसके अलावा 100 से ज्यादा लोगों की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी है। जिन्हें जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
मुख्य स्वास्थ अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया के अनुसार, अभी करीब 1100 पॉजिटिव मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मंगलवार रात तक जमा किए गए सैंपलों की संख्या 800 से अधिक है। आज भी हमारा टारगेट 800 से एक हजार के बीच है। इसके लिए 11 नई टीमों को सैंपलिंग के लिए मैदान में उतारा गया है। इसके पहले 14 टीमें इस काम में लगी थीं। शहर के 85 वार्ड में से केवल छह वार्ड ऐसे हैं जहां एक भी मरीज नहीं है। वहीं, ज्यादातर वार्डों में एक-दो मरीज हैं। करीब 25 वार्डों में 10 से ज्यादा केस हैं।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से दो नई मशीनें
सैंपलिंग बढ़ाने की कड़ी में अब फाउंडेशन भी एमजीएम मेडिकल कॉलेज को सहयोग करने जा रहा है। कोविड-19 की जांच के लिए कॉलेज को अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से दो नई मशीनें दी जा रही हैं। एक मशीन से आरएनए एक्सट्रेक्शन और दूसरी से पीसीआर जांच हो सकेगी। मशीन के साथ किट भी उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे एक हजार जांच हो सकेगी। बताया जा रहा है कि करीब एक करोड़ की लागत की दो मशीनें हैं। डीन डॉ. ज्योति बिंदल ने बताया कि इससे कम से कम पौने चार सौ सैंपल की अतिरिक्त जांच हो सकेगी। वर्तमान में हम 400 से 500 जांचें कर रहे हैं। लैब में फिलहाल चार पीसीआर मशीनें है। आरएनए एक्सट्रेक्शन की ऑटोमेटेड मशीन का काम बंद हैं क्योंकि उसमें इस्तेमाल होने वाली किट नहीं आ पा रही है। जानकारी के अनुसार देश के 40 शहरों में फाउंडेशन यह मशीनें उपलब्ध करवाने जा रहा है। मप्र में इंदौर के अलावा भोपाल में एक मशीन और सागर में दो मशीन दी गई हैं।